सीने में जलन आँखों में तूफ़ान सा क्यूँ है मुझको मेरी तन्हाई से अब शिकायत नहीं है, “मैं तन्हा हूँ शायद इसलिए, क्यों की दिल नहीं भरोसा टूटा है।” मेरी पलकों का अब नींद से कोई ताल्लुक नही रहा, हजारों लोग हैं मगर कोई उस जैसा नहीं है। शहर बड़ा https://youtu.be/Lug0ffByUck